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10 December 2020

चचेरे भाई के साथ सेक्स

*​आज की कहानी:- *चचेरे भाई के साथ सेक्स*

*केटेगरी:- भाई-बहन*

*चेतावनी*

यह कहानी लेखक की कल्पना मात्र पर आधारित है व इस कहानी का किसी भी मृत या जीवित व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। अगर ऐसा होता है तो यह केवल संयोग मात्र होगा।


आरम्भ

*चचेरे भाई के साथ सेक्स*


दोस्तो, मेरा नाम नेहा है और मैं एक बड़े शहर की रहने वाली मस्त और सेक्सी लड़की हूं. मेरा परिवार काफी बड़ा है और सबके लिए अलग अलग कमरे बनाये गये हैं. मेरे घर में किसी चीज की कोई कमी नहीं है. मैं अपने सारे शौक पूरे करती हूं.

वैसे तो मैं जॉब भी करती हूं लेकिन वो सब मैं पैसे के लिए नहीं बल्कि घूमने फिरने के मकसद से करती हूं. जब मैं ऑफिस की सहेलियों के साथ होती हूं तो हम लोग खूब मजा करते हैं. मेरी सहेलियां ऑफिस के पास ही रूम लेकर रहती हैं. मैं उनके वहां जाकर मस्ती करती हूं. जिन्दगी को फुल एन्जॉय करते हैं हम लोग.

ऑफिस में ही मुझे बीयर पीने की आदत लग गई थी. मेरी सहेलियों के यहां जब मैं रात को देर तक रुकती थी तो वो लोग पार्टी करते हुए बीयर पीती थीं. मैं भी उनके साथ बीयर पीने लगी. मुझे बीयर पीने में बहुत मजा आने लगा. अब कई बार मैं रात को बीयर पीकर ही सोती हूं.

मैं अपने घर में सबकी लाडली हूं और मुझे कोई भी किसी काम के लिए रोकता नहीं है. कई बार मैं रात को स्कूटी लेकर घर से निकल जाती हूं और बाहर जाकर बीयर पीती हूं. फिर वापस देर रात को ही घर आती हूं.
**
ये बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा का लड़का मेरे घर पर आया हुआ था. वो मेरे घर पर रहकर बाहर पढ़ाई करता था. मेरी उसके साथ अच्छी बात होती थी. वो भी कॉलेज में अपने दोस्तों के साथ मस्ती करता था. उसको भी बीयर पीने का शौक था. इसलिए हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई. कई बार रात में साथ में ही बीयर पी लिया करते थे.

शहर में तो ये सारी बातें नॉर्मल ही होती हैं. लड़कियां खूब मजा करती हैं. इसलिए मैं अपने चाचा के लड़के के साथ मस्ती करती थी. हम दोनों दोस्त की तरह रहते थे. उसका नाम नितिन था और मैं उससे रात भर बातें किया करती थी.

हम दोनों कई बार रात को बाहर बीयर पीने के लिए निकल जाते थे. नितिन के कॉलेज में उसकी कोई गर्लफ्रेंड भी थी. वो मुझसे अपनी सारी बातें शेयर करता था. वो भी मुझसे मेरी पर्सनल लाइफ के बारे में पूछता रहता था. मगर मैंने उसको ये बात नहीं बताई थी कि मेरा कोई बॉयफ्रेंड भी है.

मैंने अपने बॉयफ्रेंड की बात नितिन से छिपा ली थी. मगर मैं उसकी सारी बात जानती थी. वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स भी कर चुका था. मैंने कई बार नोटिस किया था कि वो मेरे चूचों को घूरता था. शायद उसको मेरे चूचे पसंद थे. मगर उसने कभी खुल कर ये बात नहीं कही.

घर में भी मैं मॉडर्न कपड़े पहनती थी जिसके कारण मेरे चूचे अलग से ही दिखाई पड़ जाते थे. एक बार तो नितिन ने मुझे गुलाब का फूल भी दिया था. मुझे नहीं पता उसने मुझे वह फूल क्यों दिया था. शायद वो मुझे पसंद करने लगा था. उस वक्त मैंने सोचा था कि शायद उसने मजाक में ही मुझे यह फूल दिया है लेकिन बाद में पता चला कि वो मुझे पसंद करने लगा था.

रात भर मैं नितिन के साथ चैट करती रहती थी. उसके साथ बातें करते हुए मुझे भी अच्छा लगता था. मैं घर में किसी के मैसेज का रिप्लाई नहीं करती थी लेकिन अपने भाई के मैसेज का रिप्लाई जरूर करती थी. वो मुझे अक्सर हंसाता रहता था.

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जब मैंने नितिन की हरकतों पर ध्यान देना शुरू किया तो मुझे पता चला कि उसको शायद मेरी बड़ी बड़ी चूची बहुत पसंद आ गयी हैं क्योंकि कई बार वो मेरी चूचियों को ही घूरता रहता था. एक बार तो मजाक में उसने मेरी चूची दबा भी दी थी. उस वक्त मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा क्योंकि हम दोनों दोस्त की तरह रहते थे.

इधर मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ भी मजे लेती थी. कुछ दिन उससे बातें करने के बाद मैंने अपने चचेरे भाई को ये बता दिया था कि मेरा एक बॉयफ्रेंड है. मगर नितिन को इस बात का पता नहीं था कि मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स भी कर चुकी हूं. मैंने कई बार अपने बॉयफ्रेंड के साथ अपनी चूत चुदवाई थी. मुझे उसके साथ सेक्स करने में बहुत मजा आता था.

एक दिन फिर नितिन ने मुझको प्रपोज कर दिया तो मैंने मना कर दिया. वो कहने लगा कि वो मुझे बहुत पसंद करता है. मैंने उससे कहा कि मैं भी उसको लाइक करती हूं लेकिन उसको अपना बॉयफ्रेंड नहीं बना सकती हूं. इस बात पर फिर वो गुस्सा हो गया.

इस बात पर वो मुझसे नाराज हो गया और उसके बाद हम दोनों के बीच में उस रात को कोई चैटिंग नहीं हुई. फिर अगले दिन सुबह उसका मैसेज आया कि वह कुछ दिनों के बाद अपने घर वापस चला जायेगा. मैं भी सोच रही थी कि क्या नितिन को मना करके मैं सही कर रही हूं या गलत.

मैं ये समझ गयी थी कि उसको मेरा जिस्म पसंद है. मैं भी नितिन से दोस्ती नहीं तोड़ना चाह रही थी. मगर मैं उसके साथ सेक्स भी नहीं कर सकती थी क्योंकि मैं सेक्स केवल अपने बॉयफ्रेंड के साथ ही करती थी.

मगर फिर मैंने सोचा कि नितिन फिर अपने घर चला जायेगा. मैं उसको पसंद तो करती थी लेकिन वो मेरा भाई था इसलिए मैंने उसके साथ सेक्स करने के ऑफर को मना कर दिया था. मगर आजकल शहर में सब कुछ नॉर्मल हो गया है. भाई-बहन का सेक्स भी हो जाता है. इसलिए उस दिन मैं नितिन के बारे में ही सोचती रही और बहुत सोचने के बाद मैंने नितिन को ‘आई लव यू टू’ का मैसेज भेज दिया.

मेरा यह मैसेज पाकर वो बहुत खुश हो गया. वो शाम को ही मेरे पास आ गया. उस शाम को घर वाले कहीं बाहर गये हुए थे और हम दोनों घर में अकेले थे. मैं मेरे बेडरूम में लेटी हुई थी. फिर वो मुझसे बातें करने लगा और बताने लगा कि वो हमेशा मेरे बारे में ही सोचता था.

उसने यह भी बताया कि वो मेरे साथ बहुत दिनों से सेक्स करने के बारे में सोच रहा था. इतना कह कर उसने मुझे किस कर दिया और बोला कि अगर तुम कहोगी तो हम सेक्स करेंगे नहीं तो कोई जबरदस्ती वाली बात नहीं है. यह कहते हुए वो बार-बार मेरी चूची की तरफ ही देख रहा था.

उसको देखते हुए मैं भी स्माइल कर रही थी. फिर उसने होटल में सेक्स करने के लिए प्लान बनाया. लेकिन मुझे होटल में सेक्स करने का मन नहीं था तो मैंने मना कर दिया. मैंने नितिन से कह दिया कि जिस दिन सारे घरवाले शॉपिंग करने के लिए जायेंगे उस दिन हम सेक्स करेंगे. लेकिन हम घर में ही सेक्स करेंगे होटल में नहीं.

एक दिन फिर घर के मर्द लोग जॉब पर गये हुए थे और मेरी मॉम और भाभी को शॉपिंग के लिए जाना था. उस दिन मैंने सोच लिया था कि आज नितिन के साथ सेक्स होकर ही रहेगा. उस दिन मैंने अपनी चूत के बाल पहले से ही साफ कर लिये थे. फिर मॉम और भाभी शॉपिंग के लिए चले गये.

हमारे पास पूरे दिन का समय था. मैंने नितिन को पहले ही सारी प्लानिंग के बारे में बता दिया था मैसेज में. उसको ये भी बोल दिया था कि मैं कॉन्डम के साथ ही सेक्स करूंगी क्योंकि अपने बॉयफ्रेंड के साथ भी मैं कॉन्डम के साथ ही सेक्स करती थी. नितिन मेरी बात मान गया था.

जब वो घर आया तो उसके हाथ में कॉन्डम का पैकेट था. घर के अंदर आने के बाद मैंने दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया. उस दिन मैंने जालीदार ड्रेस पहनी हुई थी जिसमें मेरी ब्रा और पैंटी की झलक भी दिख रही थी. मेरे चाचा का लड़का मुझे हवस भरी नजरों से देख रहा था.

अंदर आते ही उसने मुझे अपनी बांहों में ले लिया और मुझे किस करने लगा. हम दोनों शुरू से ही अच्छे दोस्त थे इसलिए मैंने भी बिना किसी विरोध के उसका साथ देना शुरू कर दिया. वो मेरे होंठों का रस पीने लगा. मैं भी उसके होंठों को चूसने लगी. उसका लंड तनाव में आने लगा था जो मुझे मेरी जांघ पर लगता हुआ महसूस हो रहा था.

कुछ देर किस करने के बाद नितिन ने मेरे कपड़े उतारते हुए मुझे नंगी करना शुरू कर दिया. उसने पहले मेरे जालीदार टॉप को उतारा. वो मेरी ब्रा को पकड़ कर ऊपर से ही मेरे चूचों को दबाने लगा. मुझे भी मजा आने लगा था. मैंने उसके लंड को छू लिया. फिर उसने मेरी ब्रा को खोल दिया और मेरे चूचों को नंगा कर दिया.

वो मेरे चूचों को हाथ में लेकर दबाने लगा. दो मिनट तक उसने मेरे चूचों को खूब दबाया और फिर मेरे चूचों को मुंह में लेकर पीने लगा. उसकी जीभ लगने से मेरे चूचों के निप्पल कड़े हो गये थे. मैं भी अब उसके तने हुए लंड को पैंट के ऊपर से सहला रही थी.

उसके बाद उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी लोअर को खींच दिया. अब मैं केवल पैंटी में ही रह गई थी. नितिन ने मेरी पैंटी को उतार कर मेरी चूत को ध्यान से देखा. उसने मेरी चूत को खोल कर देखा और बोला- तुम्हारी चूत तो अंदर से बिल्कुल लाल है नेहा.
मैं बोली- हां, आज ये तुम्हारा लंड लेकर और ज्यादा लाल होने वाली है.

नितिन ने मेरी चूत की फांकों को खोल कर देखा और फिर अपनी उंगली मेरी चूत में अंदर बाहर करने लगा. मैं बेड की चादर को पकड़ कर खींचने लगी. जब मेरा चचेरा भाई मेरी चूत में उंगली कर रहा था तो मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं बिल्कुल पागल सी होने लगी थी.

कुछ देर तक वो ऐेसे ही मेरी चूत में उंगली करता रहा. फिर उसने मेरी चूत में जीभ को डाल दिया और मेरी चूत में जीभ से चोदने लगा. मैं बिल्कुल तड़प उठी और उसके मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी. उसने पूरी जीभ अंदर तक घुसा दी थी और अपनी जीभ को अंदर ही अंदर घुमा रहा था. मैं अब चुदाई के लिए तड़प उठी थी.

मैं नितिन के बालों को नोंचने लगी. उसको पकड़ कर अपने ऊपर खींचने लगी. बहुत देर तक वो मेरी चूत को चाटता रहा. उसके बाद उसने अपने कपड़े भी उतार दिये और मेरे सामने बिल्कुल नंगा हो गया. उसका लंड काफी मोटा और लम्बा था. मेरे बॉयफ्रेंड से भी लंबा लग रहा था मेरे चचेरे भाई का लंड मुझे.

उसने अपने लंड को हिला कर मुझे दिखाया और बोला- नेहा, मैं बहुत दिनों से तुम्हारी चूत को चोदने का सपना देख रहा था. मेरे लंड का ये सपना आज पूरा होने जा रहा है.
मैं बोली- हां भैया, अपना ये मस्त लौड़ा मेरी चूत में डाल दो. मुझे बहुत मन कर रहा है आपका लंड अपनी चूत में लेने के लिए.
वो बोला- तुम्हारा बॉयफ्रेंड तुम्हारी चूत की चुदाई नहीं करता है क्या?
मैं बोली- करता है लेकिन आज मैं अपना भाई के लंड से मजा लेना चाहती हूं.
वो बोला- ठीक है नेहा. आज मैं तेरी चूत की प्यास को अच्छी तरह से बुझा दूंगा.

उसके बाद उसने बोला- क्या तुम मेरा लंड अपने मुंह में नहीं लेना चाहोगी?
मैं बोली- नहीं, मुझे लंड मुंह में लेना पसंद नहीं है. वो गंदा होता है.
वो बोला- एक बार लेकर देखो. मजा आयेगा.

मैंने उसको मना कर दिया लेकिन वो बेड पर मेरे ऊपर आ गया और अपने लंड को मेरी होंठों पर रगड़ने लगा. मेरी चूत बहुत प्यासी थी. इसलिए मेरा मन उसके लंड को चूसने के लिए करने लगा. मैंने उसके लंड को हाथ में पकड़ा और फिर उसको मुंह में लेते हुए चूसने लगी.

उसका लंड चूसते हुए मुझे मजा आया. मैंने अपने बॉयफ्रेंड का लंड कभी भी मुंह में नहीं लिया था. मैं चाचा के लड़के के लंड को पूरा मुंह में ले रही थी. उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं- आह्ह नेहा. तुम तो बहुत मस्त तरीके से लंड को चूसती हो. ऐसा लग रहा है कि तुमने पहले भी कभी लंड की चुसाई की है.
मैंने मना करते हुए गर्दन हिला दी और उसके लंड को चूसती रही. कुछ देर तक लंड को चुसवाने के बाद उसने अपने लंड को मेरे मुंह से बाहर निकलवा दिया. उसका लंड मेरी लार में भीग गया था.

अपना लंड चुसवाने के बाद उसने मेरी चूचियों को जोर से दबाया और मेरी चूत में उंगली करने लगा. मेरी चूत में उसने दो उंगली डाल दी थी. वो मेरी चूत में उंगली करते हुए मेरी चूचियों को मसल रहा था. मैं पागल सी होने लगी. मैंने उससे कहा- भैया, अब और नहीं रुका जा रहा. मेरी चूत को अपने लंड से फाड़ दो.

वो उठा और उसने पैकेट से एक कंडोम निकाल कर अपने लंड पर चढ़ा लिया. फिर मेरी चूत को खोल कर उस के मुंह पर कॉन्डम को रख दिया. उसके लंड का सुपाड़ा मेरी चूत पर टिका हुआ था और मेरी धड़कन तेजी से चल रही थी. इतना लंबा लंड मैंने अभी तक नहीं लिया था.

उसके बाद मेरे चचेरे भाई ने मेरी चूत पर धक्का दिया और मेरी गीली चूत में अपना लंड घुसा दिया. उसका लंड अभी आधा ही घुसा था कि उसका लंड मेरी चूत में अंदर जाकर टकरा गया. मगर वो अभी भी जोर लगा रहा था. फिर मैंने अपनी टांगों को हिलाते हुए उसके लंड को अपनी चूत में एडजस्ट कर लिया और उसने मेरी चूत में पूरा लंड घुसा दिया.

अब वो मेरी चूत में लंड को पूरा घुसा कर मेरी चूत की चुदाई करने लगा. मुझे मजा आने लगा. वो धीरे-धीरे मेरी चूत की चुदाई कर रहा था.
मैंने पूछा- तुमने इतनी अच्छी चुदाई कहां से सीखी?
वो बोला- मैंने मोबाइल में बहुत सारे पोर्न वीडियो देखे हैं. उनको देख कर ही मैंने सीखा है कि चुदाई कैसे करनी चाहिए. इसके अलावा मैंने अपने कॉलेज मैं अपनी गर्लफ्रेंड की चूत भी चोदी है. मुझे उसका अनुभव भी है. इस तरह से बातें करते हुए वो धीरे-धीरे अपनी बहन की चूत चुदाई कर रहा था.

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मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी. अपनी गांड को उठा उठा कर उसका लंड अपनी चूत में ले रही थी.
कुछ देर के बाद उसने कहा कि बियर पीना तो हम भूल ही गये.

उसने चूत से लंड निकाला और गिलास में बियर डालने लगा. हमने बियर पी और फिर से उसने अपने लंड की मुठ मारी और उसको खड़ा करके दोबारा से मेरी चूत पर चढ़ाई कर दी.

हम दोनों लोग सेक्स में खोये हुए थे कि तभी मेरी सहेली का कॉल आ गया. वो मेरे घर आने के लिए कह रही थी. मैंने उसको झूठ ही कह दिया कि मैं घर पर नहीं हूं. मुझे नितिन का लंड लेने में बहुत मजा आ रहा था. मैं पूरा दिन अपने चचेरे भाई के साथ रोमांस करना चाह रही थी.

चुदाई करते हुए कब दोपहर हो गई हमें नहीं पता चला. नितिन ने दो कॉन्डम अपने वीर्य से भर दिये थे. इधर मैं भी तीन बार झड़ चुकी थी. हम दोनों बातें करते हुए बियर पी रहे थे और थोड़ा आराम करने के बाद दोबारा से चुदाई करने में लग जाते थे.

मैंने नितिन से कहा कि अब आखरी राउंड कर लेते हैं क्योंकि जल्दी ही भाभी और मॉम भी घर वापस आने वाली हैं. नितिन ने अबकी बार पूरा जोश लगा कर मेरी चुदाई शुरू कर दी. उसका स्टेमिना बहुत जबरदस्त था. वो पूरा जोर लगा कर मेरी चूत को फाड़ रहा था. मैं तो इस राउंड में दो बार झड़ गई. फिर शॉट लगाते हुए नितिन ने भी वीर्य छोड़ दिया.

उसके बाद हम दोनों बाथरूम में जाकर साथ में नहाये और एक दूसरे को साफ करते हुए चूमा-चाटी भी की. नितिन और मैंने उस दिन खूब मजे लिये. उसके बाद फिर वो अपने घर चला गया लेकिन हम लोग अभी भी चैटिंग पर बात करते रहते हैं. जब भी नितिन मेरे घर आता है तो हम लोग चुदाई करते हैं.

। समाप्त ।

09 December 2020

कुंवारी लड़की की चुदाई सगे छोटे भाई के लंड से

*​आज की कहानी:- *कुंवारी लड़की की चुदाई सगे छोटे भाई के लंड से*

*केटेगरी:- भाई-बहन*

*चेतावनी*

यह कहानी लेखक की कल्पना मात्र पर आधारित है व इस कहानी का किसी भी मृत या जीवित व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। अगर ऐसा होता है तो यह केवल संयोग मात्र होगा।



*कुंवारी लड़की की चुदाई सगे छोटे भाई के लंड से*

*आरम्भ*

*कुंवारी लड़की की चुदाई सगे छोटे भाई के लंड से*

दोस्तो, मेरा नाम आफरीन अंसारी है, मेरी उम्र 20 साल है, रंग गोरा है. मैं आज आपको अपनी लाइफ की रियल सेक्स स्टोरी कुंवारी लड़की की चुदाई की बताने जा रही हूँ.

मेरा एक छोटा भाई है जुनैद, जिसकी उम्र 18 साल से कुछ माह ज्यादा है. जिस समय की ये घटना है, उस समय मैं बीएससी के दूसरे साल में थी और मेरा भाई बारहवीं में था. हम दोनों घर पर एक ही कमरे में रह कर साथ साथ पढ़ते थे. कमरे में बेड बड़ा था, इसलिए उसी पर एक साथ सो जाते थे.

एक दिन हम दोनों भाई बहन उसी बेड पर सो रहे थे कि तभी अचानक मेरी आंख खुली और मैंने देखा कि मेरा भाई अपने लंड की खाल को ऊपर नीचे कर रहा था.

मैं अधखुली आंखों से चुपचाप उसे देखती रही. मैंने देखा कि मेरे भाई का मोटा लंड करीब 6 इंच का था, वो बड़ी मस्ती से अपने लंड को हिलाए जा रहा था. कुछ देर बाद मेरे भाई के लंड से पानी निकला और वह कुछ देर बाद सो गया.

जब मैंने देखा कि मेरे भाई का लंड काफी मोटा और लम्बा है, तो उसके लंड को देखकर मेरी नींद उड़ गयी. मैं भी अपनी चुत में उंगली कर लेती थी. मगर मुझे किसी के लंड से चुदने में बड़ा डर लगता था कि कैसे किसी से चुदने की बात कहूंगी.

अपने सगे भाई का मोटा लंड देख कर आज फिर से मेरी वासना जाग गई थी और मैंने सोच लिया था कि कुंवारी लड़की की चुदाई अपने भाई से होकर रहेगी.
मैंने सोचा कि कैसे भी करके अपने भाई से चुदाई करवाऊँगी.

दूसरे दिन जब रात हुई, तो मैंने अपनी पैंटी और ब्रा उतार कर मैक्सी पहन ली और मैं सोने का नाटक करने लगी. मेरा भाई अभी जाग रहा था.

मैंने सोने का ड्रामा करते हुए अपनी मैक्सी धीरे धीरे ऊपर को कर ली और मेरी बुर साफ नजर आने लगी.

जब मेरा भाई मेरी ओर घूमा, तो उसने मेरी सफाचट बुर देख ली. मेरी मस्त जवानी और चिकनी चुत देख कर उससे रहा नहीं गया. वो मेरी चुत को ध्यान से देखने लगा. फिर उसने मेरी आंखों की तरफ देखा.

मैं आंखें मूंदे सोने का ड्रामा कर रही थी. मगर मेरी नजरें छिप कर उसकी हरकतों को देख रही थीं.

मेरा भाई धीरे धीरे मेरे पास आकर लेट गया. उसकी तेज तेज चलती सांसें मुझे साफ़ सुनाई दे रही थीं. मैंने बिंदास सोते हुए अपनी करवट ली, तो मेरी गांड उसकी तरफ हो गई और मेरी नाइटी, मेरी चुत और गांड दिखाते हुए काफी ऊपर को उठ गई. आप यूं समझो कि मेरी नाइटी मेरी कमर तक आ गई थी.

मैं अब सोच रही थी कि मेरी खुली हुई गांड और चुत देख कर उसका लंड झनझना गया होगा.

उसने कुछ देर तक शायद अपना लंड हिलाया, जिससे मुझे उसे बिस्तर पर हिलने का अहसास हुआ. फिर मेरे छोटे भाई ने अपना हाथ मेरी गांड पर रख दिया. मुझे एकदम से झुरझुरी सी हुई मगर मैं दम साधे चुपचाप पड़ी रही, मैंने कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं की.

फिर जुनैद धीरे धीरे मेरे चूतड़ सहलाने लगा, मुझे मजा आ रहा था. उसके हाथों की गर्माहट मेरी चुत की जमी हुई मलाई को पिघला रही थी.

फिर उसने हाथ कुछ अन्दर किया और अब जुनैद मेरी पिघलती बुर को ऊपर से सहलाने लगा. मुझे बेहद सनसनी हो रही थी. उसकी हरकतें भी परवान चढ़ने लगी थीं. मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे वो अपने एक हाथ से मेरी चुत को सहला रहा है और दूसरे हाथ से अपना लंड हिला रहा है. अब मैंने खेल शुरू करने का मन बना लिया था.

उसकी एक उंगली ने मेरी फांकों के बीचे घुसने का प्रयास किया. तो मैं समझ गई कि इसकी उंगली मेरी गीली चुत महसूस करके मुझे जगा हुआ समझ जाएगी और खेल खराब हो जाएगा.

मैंने एकदम से उठते हुए उससे कहा- जुनैद … ये क्या कर रहे हो? मैं तुम्हारी बड़ी बहन हूँ.

वो मेरे इस तरह से अचानक उठने से एकदम से डर गया. मैंने सही अंदाजा लगाया था. उसका लंड एकदम तना हुआ उसे हाथ में दबा था. जुनैद ने मेरी आंखों का पीछा किया, तो वो अपने लंड को ढांपने लगा.

मैंने उससे गुस्से में कह रही थी तो वो सहम गया था. कि कहीं मैं अब्बू से इस बात की शिकायत न कर दूँ.
वो सर झुका कर बैठ गया.

फिर मैंने पूछा- कल क्या कर रहे थे तुम?
वो कुछ न बोला, वो डरा हुआ था.

मैंने कहा- डर क्यों रहे हो? बताओ … मैं तुम्हें कुछ नहीं बोलूंगी.
पर वो कुछ न बोला.

मैंने भी उससे ज्यादा कुछ नहीं कहा और लेट गई.
वो बैठा रहा.
मैंने उससे कहा- अब लेट जाओ … बैठो क्यों हो?

वो भी मुझसे कुछ दूरी बना कर लेट गया.

हम दोनों लेट गए. मैंने कुछ देर बाद फिर से अपनी आंखें मूंद लीं और अपनी मैक्सी ऊपर को कर ली. मेरी खुली हुई गांड जुनैद की ओर थी.

मेरे ऐसा करने से बिस्तर पर कुछ कम्पन हुआ. मगर वो मेरी तरफ नहीं घूमा. मैंने नंगे ही पड़े रह कर उसे अपनी गांड दिखाने का फैसला कर लिया था.

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कुछ पल बाद जुनैद जब मेरी ओर घूमा, तो वो मेरी नंगी गांड देख रहा था. वह समझ गया था कि मैं अपनी बुर की चुदाई करवाना चाहती हूँ. कुंवारी लड़की की चुदाई का सोच कर उसका लंड खड़ा हो गया था.

मैंने उसी समय चित होकर अपनी टांगें खोल दीं और मेरी बुर खुली हवा में अपने भाई के लंड का इन्तजार करने लगी.

मेरी फैली हुई टांगें और खुली हुई सफाचट चूत देख कर वो फिर से गरमा गया. जुनैद धीरे से मेरे पास आया और मेरी बुर सहलाने लगा. मुझे गर्मी आने लगी. मैं चुपचाप सोने का नाटक कर रही थी.

मेरी तरफ से उसने कुछ भी विरोध नहीं देखा, तो मेरा छोटा भाई जुनैद बेख़ौफ़ होकर मेरे मम्मों को दबाने लगा.
मुझे उसके हाथ से अपनी चूचियों को मसलवाने में बड़ा मजा आ रहा था.

मैं घूम गई, तो एक पल के उसकी गांड फटी … लेकिन मैंने जब उससे कुछ नहीं कहा, तो उसकी समझ में आ गया कि उसकी बहन चुदने के लिए मरी जा रही है.

अब उसका लंड मेरी गांड में चुभ रहा था … वो और भी ज्यादा मेरी गांड में घुसा जा रहा था. मगर मुझे उसका लंड बड़ा अच्छा लग रहा था.

वो आगे हाथ करके मेरी चूचियों को मसलने लगा और अपनी गरम सांसें मेरे कान पर छोड़ने लगा.
उसने मुझसे कहा- एक बार मौक़ा दो ना बाजी!
मैंने कुछ नहीं कहा और सीधी लेट गयी.

जुनेद ने मेरी राजी समझ ली और मेरे सामने आकर बैठ गया. मैंने भी आंखें खोल ली थीं और उसके खड़े लंड को देखने लगी थी.

उसने मेरी दोनों टांगों को पकड़ कर फैला दिया. जिससे मेरी गुलाबी बुर उसके सामने खुल गई. मेरी गुलाबी बुर देख कर जुनैद से रहा न गया. वो मेरी बुर पर अपनी नाक रख कर बुर सूंघने लगा. उसकी नाक की नोक मुझे अपनी चुत की मटर पर बड़ी लज्जत दे रही थी.

एक पल बाद जुनैद मेरी बुर को चाटने लगा. उसने अपनी जीभ को मेरी बुर की फांकों में ऊपर से नीचे फेर दिया. बुर चुसाई से मैं ‘आह आह …’ की सिसकारियां भरने लगी.

वो समझ गया कि उसकी बाजी चुदने को रेडी है. ये देख कर उसने मेरी चूची चूसते हुए मुझसे कहा- बाजी, कपड़े उतारो न!

तब मैंने अपनी मैक्सी उतार दी. मैंने नीचे कुछ पहना ही नहीं था. इसलिए अब मैं अपने छोटे भाई के लंड से चुदने के लिए उसके सामने पूरी नंगी पड़ी थी.

मैंने जुनैद की आंखों में देखा, तो उसकी वासना से भरी लाल आंखें मेरी सीलपैक बुर पर ही लगी थीं. मैंने भी उसे मदभरी नजरों से देखा और उसके पेंट के ऊपर से ही उसके लंड को सहला दिया.

जुनैद ने मुझे चुदने के लिए राजी देखा और मेरे हाथ को अपने लंड पर महसूस किया, तो उसने जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए.

अब वो भी मेरे सामने एकदम नंगा हो गया था. वो मेरे बाजू में आकर मेरे दूध मसलने लगा. मैंने उसे प्यासी नजरों से देखा, तो उसने झुक कर मेरी एक चूची को अपने मुँह में भर लिया. मेरी मीठी सी सीत्कार निकल गई और मैं मस्त होने लगी.

जुनैद ने अगले एक मिनट में मेरी चूचियों को चूस चूस कर लाल करना शुरू कर दिया था. वो मेरी दोनों चूचियों को बेतहाशा चूस चाट रहा था. अपने हाथों की उंगलियों से मेरे निप्पल मींज रहा था.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मैंने कहा- जुनैद, अब मत सताओ … मुझसे रहा नहीं जाता. प्लीज़ मेरे अन्दर आ जाओ.

जुनैद ने अपने लंड पर थूक लगाया और मेरी टांगों के बीच आ गया. उसने लंड को बुर के छेद पर रखा और मेरी आंखों में ऐसे देखा … जैसे मुझसे इजाजत मांग रहा हो. मैंने अपनी गांड उठा कर उसे हरी झंडी दे दी और उसी पल मेरे छोटे भाई ने मेरी सीलपैक बुर में लंड ठोक दिया.

उसके लंड का सुपारा मेरी चुत की फांकों में फंस गया था. मैंने हल्का सा दर्द महसूस किया और उसकी तरफ देखा. उसने फिर से एक धक्का लगा दिया और मेरे भाई का आधा लंड मेरी अनचुदी बुर में घुसता चला गया.

उसका लंड मोटा था और मेरी चुत के लिए किसी मर्द का पहला लंड था. मेरी चुत चिर सी गई थी और मुझे बेहद तेज दर्द हुआ. मुझे ऐसा लगा कि किसी ने गरम सरिया मेरी चुत में पेल दिया हो. मेरी सांसें रुकने लगी थीं और मैंने अपने हाथों की मुट्ठियाँ भींच ली थीं. अगले ही पल मैं जोर से चिल्लाने लगी.

मेरी चीख से घबरा कर जुनैद ने अपना लंड चुत से बाहर खींच लिया. मुझे मानो राहत मिल गई थी.

वो मेरी तरफ ऐसे देखने लगा जैसे पूछ रहा हो कि क्या हुआ?

मुझे दर्द तो हुआ था मगर चुत चुदवाने की बड़ी लालसा भी थी. आज मेरे भाई ने मेरी बुर में एक बार अपना लंड पेल दिया था, तो अब मुझे उसी के लंड से अपनी प्यास बुझानी थी. जुनैद मेरे लिए एक सेफ मर्द था. उसके लंड से मैं जब चाहे चुद सकती थी.

कुछ देर बाद मैंने हिम्मत करके उसे फिर से लंड पेलने का इशारा किया.

इस बार उसने पास की टेबल से क्रीम की डिब्बी उठाई और मेरी चुत में उंगली से लगाने लगा. फिर उसने अपने लौड़े पर ढेर सारी क्रीम चुपड़ ली.

मेरा छोटा भाई जुनैद एक बार फिर से मुझे चोदने के लिए रेडी था. इस बार मैंने सोच लिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं चिल्लाऊंगी नहीं.

इस बार जुनैद ने भी लंड को चुत की फांकों में सैट किया और मेरे ऊपर छा गया. उसने लंड को चुत की दरार में लगाए हुए ही मेरे होंठों को अपने होंठों से दबा लिया. मैं समझ गई कि ये अब मुझे चिल्लाने का कोई मौका नहीं देने के मूड में है.

मैंने अपने चूतड़ हिलाए, तो उसने लंड पर दबाव देते हुए एक धक्का लगा दिया. क्रीम की चिकनाई ने काम कर दिया था. उसका पूरा लंड एक ही बात में मेरी बुर में धंसता चला गया. मुझे बहुत तेज दर्द हुआ. मगर जुनैद मेरे मुँह को बंद किये हुए था. मेरे हाथ पांव छटपटाने लगे और मेरी हालत बुरी हो गई. मेरी बुर से खून निकल आया था.

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अपना पूरा लंड मेरी चुत में ठांसने के बाद जुनैद कुछ देर रुक गया. कोई बीस सेकंड बाद जुनैद के लंड ने मेरी बुर में स्थान बना लिया था. अब वो हिलने लगा था और मुझे अपनी चुत में मीठा मीठा दर्द होने लगा था.

मेरी छटपटाहट भी कम हो गई थी. तब जुनैद ने मेरे मुँह से अपना मुँह हटा कर मुझे नशीली आंखों से देखा और लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया.

उसके लंड की मोटाई से मुझे अब भी हल्का दर्द हो रहा था मगर जुनैद ने मेरी चूचियों को चूस कर मुझे दर्द की जगह सुख देना शुरू कर दिया था.

एक दो मिनट की चुदाई के बाद मुझे मजा आने लगा था और मैं गांड हिलाते हुए अपने छोटे भाई का मोटा लंड अपनी कमसिन बुर में लेने लगी थी.

अब धकापेल चुदाई का दौर शुरू हो गया था. जुनैद एक मदमस्त मर्द की तरफ मुझे रौंद रहा था. उसके लंड की ताकत के आगे मेरी चुत अब तक दो बार रो चुकी थी … मगर उसकी शैतानी ताकत कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी.

उस रात मेरे छोटे भाई ने मुझे जीभर के चोदा और मेरी हालत एक अधमरी कुतिया सी कर दी.

मैंने उससे लरजते होंठों से कहा- जुनैद अब बस कर … मुझे जलन होने लगी है.
जुनैद मुझे चोदता हुआ बोला- बस बाजी … कुछ देर और रुक जाओ.

दो मिनट ताबड़तोड़ लंड पेलने के बाद जुनैद का पानी मेरी बुर में ही निकल गया. वो झड़ने के बाद कुछ देर मेरे ऊपर लेटा रहा.

फिर वो मेरे ऊपर से नीचे उतरा. मैंने अपनी फट चुकी बुर साफ की. वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा. मैंने भी उसे आंख मार दी.

हम दोनों ने बाथरूम में जाकर एक दूसरे को साफ़ किया और बिस्तर पर आ कर लेट गए.

अगले दिन जुनैद मेरे लिए गोली ले आया. मैंने पूछा- ये काहे की गोली है?
उसने कहा- बाजी, कल आपके अन्दर ही निकल गया था न … कोई लफड़ा न हो जाए, इसलिए ये गोली खा लो.
मैंने मुस्कुरा कर गोली खा ली.

उस दिन से माहवारी के दिनों को छोड़ कर दो महीने तक कोई भी दिन ऐसा नहीं गया था, जब मैं अपने छोटे भाई के मोटे लंड से न चुदी होऊं. हम दोनों भाई बहन रोज चुदाई करते हैं. उसने मेरी गांड भी मारी थी।

।समाप्त।

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